महाभारतम् — 13.104.26
Original
Segmented
राजन्य उवाच चण्डाल प्रतिजानीहि येन मोक्षम् अवाप्स्यसि ब्राह्मण-अर्थे त्यजन् प्राणान् गतिम् इष्टाम् अवाप्स्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राजन्य | राजन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| चण्डाल | चण्डाल | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्रतिजानीहि | प्रतिज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| येन | येन | pos=i |
| मोक्षम् | मोक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अवाप्स्यसि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| ब्राह्मण | ब्राह्मण | pos=n,comp=y |
| अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| त्यजन् | त्यज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| इष्टाम् | इष् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| अवाप्स्यसि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |