महाभारतम् — 13.104.11
Original
Segmented
तस्मात् हरेत् न विप्र-स्वम् कदाचिद् अपि किंचन ब्रह्म-स्व-रजसा ध्वस्तम् भुक्त्वा माम् पश्य यादृशम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
हरेत् | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
विप्र | विप्र | pos=n,comp=y |
स्वम् | स्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
किंचन | कश्चन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
स्व | स्व | pos=n,comp=y |
रजसा | रजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
ध्वस्तम् | ध्वंस् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
भुक्त्वा | भुज् | pos=vi |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
यादृशम् | यादृश | pos=a,g=m,c=2,n=s |