महाभारतम् — 13.10.61
Original
Segmented
वर्जयेद् उपदेशम् च सदा एव ब्राह्मणो नृप उपदेशम् हि कुर्वाणो द्विजः कृच्छ्रम् अवाप्नुयात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वर्जयेद् | वर्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
उपदेशम् | उपदेश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
सदा | सदा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
उपदेशम् | उपदेश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हि | हि | pos=i |
कुर्वाणो | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
द्विजः | द्विज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कृच्छ्रम् | कृच्छ्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अवाप्नुयात् | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |