Original

तथैव स ऋषिस्तात कालधर्ममवाप्य ह ।पुरोहितकुले विप्र आजातो भरतर्षभ ॥ ३२ ॥

Segmented

तथा एव स ऋषिः तात कालधर्मम् अवाप्य ह पुरोहित-कुले विप्र आजातो भरत-ऋषभ

Analysis

Word Lemma Parse
तथा तथा pos=i
एव एव pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ऋषिः ऋषि pos=n,g=m,c=1,n=s
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
कालधर्मम् कालधर्म pos=n,g=m,c=2,n=s
अवाप्य अवाप् pos=vi
pos=i
पुरोहित पुरोहित pos=n,comp=y
कुले कुल pos=n,g=n,c=7,n=s
विप्र विप्र pos=n,g=m,c=1,n=s
आजातो आजन् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s