महाभारतम् — 12.94.32
Original
Segmented
यः कल्याण-गुणान् ज्ञातीन् द्वेषात् न एव अभिमन्यते अदृढ-आत्मा दृढ-क्रोधः न अस्य अर्थः रमते ऽन्तिके
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कल्याण | कल्याण | pos=a,comp=y |
गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
ज्ञातीन् | ज्ञाति | pos=n,g=m,c=2,n=p |
द्वेषात् | द्वेष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
एव | एव | pos=i |
अभिमन्यते | अभिमन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अदृढ | अदृढ | pos=a,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दृढ | दृढ | pos=a,comp=y |
क्रोधः | क्रोध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अर्थः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रमते | रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ऽन्तिके | अन्तिक | pos=n,g=n,c=7,n=s |