महाभारतम् — 12.94.12
Original
Segmented
यः प्रियम् कुरुते नित्यम् गुणतो वसुधाधिपः तस्य कर्माणि सिध्यन्ति न च संत्यज्यते श्रिया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
गुणतो | गुण | pos=n,g=m,c=5,n=s |
वसुधाधिपः | वसुधाधिप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कर्माणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
सिध्यन्ति | सिध् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
संत्यज्यते | संत्यज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
श्रिया | श्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |