महाभारतम् — 12.82.4
Original
Segmented
स ते सौहृदम् आस्थाय किंचिद् वक्ष्यामि नारद कृत्स्नाम् च बुद्धिम् सम्प्रेक्ष्य संपृच्छे त्रि-दिवंगमैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
सौहृदम् | सौहृद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आस्थाय | आस्था | pos=vi |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वक्ष्यामि | वच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
नारद | नारद | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कृत्स्नाम् | कृत्स्न | pos=a,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
बुद्धिम् | बुद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सम्प्रेक्ष्य | सम्प्रेक्ष् | pos=vi |
संपृच्छे | सम्प्रच्छ् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
त्रि | त्रि | pos=n,comp=y |
दिवंगमैः | दिवंगम | pos=a,g=m,c=8,n=s |