Original

नान्यत्र बुद्धिक्षान्तिभ्यां नान्यत्रेन्द्रियनिग्रहात् ।नान्यत्र धनसंत्यागाद्गणः प्राज्ञेऽवतिष्ठते ॥ २६ ॥

Segmented

न अन्यत्र बुद्धि-क्षान्ति न अन्यत्र इन्द्रिय-निग्रहात् न अन्यत्र धन-संत्यागात् गणः प्राज्ञे ऽवतिष्ठते

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
अन्यत्र अन्यत्र pos=i
बुद्धि बुद्धि pos=n,comp=y
क्षान्ति क्षान्ति pos=n,g=f,c=5,n=d
pos=i
अन्यत्र अन्यत्र pos=i
इन्द्रिय इन्द्रिय pos=n,comp=y
निग्रहात् निग्रह pos=n,g=m,c=5,n=s
pos=i
अन्यत्र अन्यत्र pos=i
धन धन pos=n,comp=y
संत्यागात् संत्याग pos=n,g=m,c=5,n=s
गणः गण pos=n,g=m,c=1,n=s
प्राज्ञे प्राज्ञ pos=a,g=m,c=7,n=s
ऽवतिष्ठते अवस्था pos=v,p=3,n=s,l=lat