महाभारतम् — 12.81.41
Original
Segmented
य एवम् वर्तते नित्यम् ज्ञाति-सम्बन्धि-मण्डले मित्रेषु अमित्रेषु ऐश्वर्ये चिरम् यशसि तिष्ठति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| य | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| वर्तते | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| ज्ञाति | ज्ञाति | pos=n,comp=y |
| सम्बन्धि | सम्बन्धिन् | pos=a,comp=y |
| मण्डले | मण्डल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| मित्रेषु | मित्र | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| अमित्रेषु | अमित्र | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| ऐश्वर्ये | ऐश्वर्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| चिरम् | चिरम् | pos=i |
| यशसि | यशस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |