महाभारतम् — 12.79.17
Original
Segmented
यदा तु विजयी राजा क्षेमम् राष्ट्रे ऽभिसंदधेत् तदा वर्णा यथाधर्मम् आविशेयुः स्व-कर्मसु
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| विजयी | विजयिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्षेमम् | क्षेम | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| राष्ट्रे | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| ऽभिसंदधेत् | अभिसंधा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तदा | तदा | pos=i |
| वर्णा | वर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| यथाधर्मम् | यथाधर्मम् | pos=i |
| आविशेयुः | आविश् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| कर्मसु | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |