महाभारतम् — 12.67.34
Original
Segmented
सत्कृतम् स्व-जनेन इह परो ऽपि बहु मन्यते स्व-जनेन तु अवज्ञातम् परे परिभवन्ति उत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सत्कृतम् | सत्कृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
जनेन | जन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
इह | इह | pos=i |
परो | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
मन्यते | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
जनेन | जन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तु | तु | pos=i |
अवज्ञातम् | अवज्ञा | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
परे | पर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
परिभवन्ति | परिभू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
उत | उत | pos=i |