Original

तदग्रे राजधर्माणामर्थतत्त्वं पितामह ।प्रब्रूहि भरतश्रेष्ठ त्वं हि बुद्धिमतां वरः ॥ ८ ॥

Segmented

तद् अग्रे राज-धर्माणाम् अर्थ-तत्त्वम् पितामह प्रब्रूहि भरत-श्रेष्ठ त्वम् हि बुद्धिमताम् वरः

Analysis

Word Lemma Parse
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
अग्रे अग्रे pos=i
राज राजन् pos=n,comp=y
धर्माणाम् धर्म pos=n,g=m,c=6,n=p
अर्थ अर्थ pos=n,comp=y
तत्त्वम् तत्त्व pos=n,g=n,c=2,n=s
पितामह पितामह pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रब्रूहि प्रब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
भरत भरत pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
हि हि pos=i
बुद्धिमताम् बुद्धिमत् pos=a,g=m,c=6,n=p
वरः वर pos=a,g=m,c=1,n=s