महाभारतम् — 12.56.13
Original
Segmented
दैवतानि अर्चयित्वा हि ब्राह्मणान् च कुरु-उद्वह आनृण्यम् याति धर्मस्य लोकेन च स मान्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दैवतानि | दैवत | pos=n,g=n,c=2,n=p |
अर्चयित्वा | अर्चय् | pos=vi |
हि | हि | pos=i |
ब्राह्मणान् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
उद्वह | उद्वह | pos=n,g=m,c=8,n=s |
आनृण्यम् | आनृण्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
याति | या | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
धर्मस्य | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लोकेन | लोक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मान्यते | मानय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |