Original

दौर्बल्यात्सज्जते वाङ्मे स कथं वक्तुमुत्सहे ।साधु मे त्वं प्रसीदस्व दाशार्हकुलनन्दन ॥ ९ ॥

Segmented

दौर्बल्यात् सज्जते वाङ् मे स कथम् वक्तुम् उत्सहे साधु मे त्वम् प्रसीदस्व दाशार्ह-कुल-नन्दन

Analysis

Word Lemma Parse
दौर्बल्यात् दौर्बल्य pos=n,g=n,c=5,n=s
सज्जते सञ्ज् pos=v,p=3,n=s,l=lat
वाङ् वाच् pos=n,g=f,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
कथम् कथम् pos=i
वक्तुम् वच् pos=vi
उत्सहे उत्सह् pos=v,p=1,n=s,l=lat
साधु साधु pos=a,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=4,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
प्रसीदस्व प्रसद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
दाशार्ह दाशार्ह pos=n,comp=y
कुल कुल pos=n,comp=y
नन्दन नन्दन pos=n,g=m,c=8,n=s