महाभारतम् — 12.52.5
Original
Segmented
कथयेद् देव-लोकम् यो देवराज-समीपात् धर्म-काम-अर्थ-शास्त्रानाम् सो ऽर्थान् ब्रूयात् ते अग्रतस्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कथयेद् | कथय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
देव | देव | pos=n,comp=y |
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देवराज | देवराज | pos=n,comp=y |
समीपात् | समीप | pos=n,g=n,c=5,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
काम | काम | pos=n,comp=y |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
शास्त्रानाम् | शास्त्र | pos=n,g=n,c=6,n=p |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽर्थान् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
ब्रूयात् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अग्रतस् | अग्रतस् | pos=i |