Original

व्याघ्रचर्मोत्तरे श्लक्ष्णे सर्वतोभद्र आसने ।दृढपादप्रतिष्ठाने हुताशनसमत्विषि ॥ १३ ॥

Segmented

व्याघ्र-चर्म-उत्तरे श्लक्ष्णे सर्वतोभद्र आसने दृढ-पाद-प्रतिष्ठाने हुताशन-सम-त्विषि

Analysis

Word Lemma Parse
व्याघ्र व्याघ्र pos=n,comp=y
चर्म चर्मन् pos=n,comp=y
उत्तरे उत्तर pos=a,g=n,c=7,n=s
श्लक्ष्णे श्लक्ष्ण pos=a,g=n,c=7,n=s
सर्वतोभद्र सर्वतोभद्र pos=a,g=n,c=7,n=s
आसने आसन pos=n,g=n,c=7,n=s
दृढ दृढ pos=a,comp=y
पाद पाद pos=n,comp=y
प्रतिष्ठाने प्रतिष्ठान pos=n,g=n,c=7,n=s
हुताशन हुताशन pos=n,comp=y
सम सम pos=n,comp=y
त्विषि त्विष् pos=n,g=n,c=7,n=s