महाभारतम् — 12.39.10
Original
Segmented
दिष्ट्या जयसि राज-इन्द्र शत्रूञ् शत्रु-निषूदनैः दिष्ट्या राज्यम् पुनः प्राप्तम् धर्मेण च बलेन च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| जयसि | जि | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| शत्रूञ् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
| निषूदनैः | निषूदन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| प्राप्तम् | प्राप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| बलेन | बल | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |