महाभारतम् — 12.35.23
Original
Segmented
स्तेयम् कुर्वन् तु गुरु-अर्थम् आपत्सु न निबध्यते बहुशः कामकारेण न चेद् यः सम्प्रवर्तते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्तेयम् | स्तेय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कुर्वन् | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आपत्सु | आपद् | pos=n,g=f,c=7,n=p |
| न | न | pos=i |
| निबध्यते | निबन्ध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| बहुशः | बहुशस् | pos=i |
| कामकारेण | कामकार | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| न | न | pos=i |
| चेद् | चेद् | pos=i |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सम्प्रवर्तते | सम्प्रवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |