महाभारतम् — 12.339.6
Original
Segmented
क्षेत्राणि हि शरीराणि बीजानि च शुभ-अशुभे तानि वेत्ति स योग-आत्मा ततः क्षेत्रज्ञ उच्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्षेत्राणि | क्षेत्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
शरीराणि | शरीर | pos=n,g=n,c=1,n=p |
बीजानि | बीज | pos=n,g=n,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
अशुभे | अशुभ | pos=a,g=n,c=7,n=s |
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
वेत्ति | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
योग | योग | pos=n,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
क्षेत्रज्ञ | क्षेत्रज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |