महाभारतम् — 12.339.18
Original
Segmented
यद् वै सूते धातुः आद्यम् निधानम् तद् वै विप्राः प्रवदन्ते ऽनिरुद्धम् यद् वै लोके वैदिकम् कर्म साधु आशी-युक्तम् तत् हि तस्य उपभुज्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
सूते | सू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
धातुः | धातृ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
आद्यम् | आद्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
निधानम् | निधान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
विप्राः | विप्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्रवदन्ते | प्रवद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ऽनिरुद्धम् | अनिरुद्ध | pos=a,g=n,c=2,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वैदिकम् | वैदिक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
साधु | साधु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
आशी | आशी | pos=n,comp=y |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उपभुज् | उपभुज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |