महाभारतम् — 12.334.2
Original
Segmented
प्रोष्य वर्ष-सहस्रम् तु नर-नारायण-आश्रमे श्रुत्वा भगवत्-आख्यानम् दृष्ट्वा च हरिम् अव्ययम् हिमवन्तम् जगाम आशु यत्र अस्य स्वक आश्रमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रोष्य | प्रवस् | pos=vi |
वर्ष | वर्ष | pos=n,comp=y |
सहस्रम् | सहस्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
नर | नर | pos=n,comp=y |
नारायण | नारायण | pos=n,comp=y |
आश्रमे | आश्रम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
भगवत् | भगवन्त् | pos=n,comp=y |
आख्यानम् | आख्यान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
च | च | pos=i |
हरिम् | हरि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अव्ययम् | अव्यय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
हिमवन्तम् | हिमवन्त् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आशु | आशु | pos=i |
यत्र | यत्र | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स्वक | स्वक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
आश्रमः | आश्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |