महाभारतम् — 12.333.13
Original
Segmented
प्राप्ते च आह्निक-काले स मध्यन्दिन-गते रवौ दंष्ट्र-विलग्नान् मृद्-पिण्डान् विधूय सहसा प्रभुः स्थापयामास वै पृथ्व्याम् कुशान् आस्तीर्य नारद
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्राप्ते | प्राप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
आह्निक | आह्निक | pos=n,comp=y |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मध्यन्दिन | मध्यंदिन | pos=n,comp=y |
गते | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
रवौ | रवि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दंष्ट्र | दंष्ट्र | pos=n,comp=y |
विलग्नान् | विलग् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
मृद् | मृद् | pos=n,comp=y |
पिण्डान् | पिण्ड | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विधूय | विधू | pos=vi |
सहसा | सहस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
प्रभुः | प्रभु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स्थापयामास | स्थापय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वै | वै | pos=i |
पृथ्व्याम् | पृथ्वी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
कुशान् | कुश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आस्तीर्य | आस्तृ | pos=vi |
नारद | नारद | pos=n,g=m,c=8,n=s |