महाभारतम् — 12.330.6
Original
Segmented
शिपि-विष्ट-इति च आख्यायाम् हीन-रोमा च यो भवेत् तेन आविष्टम् हि यत् किंचिद् शिपिविष्टम् हि तत् स्मृतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शिपि | शिपि | pos=n,comp=y |
| विष्ट | विश् | pos=va,comp=y,f=part |
| इति | इति | pos=i |
| च | च | pos=i |
| आख्यायाम् | आख्या | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| हीन | हा | pos=va,comp=y,f=part |
| रोमा | रोमन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| आविष्टम् | आविश् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| शिपिविष्टम् | शिपिविष्ट | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| स्मृतम् | स्मृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |