महाभारतम् — 12.320.37
Original
Segmented
छायाम् स्व-पुत्र-सदृशीम् सर्वतो ऽनपगाम् सदा द्रक्ष्यसे त्वम् च लोके अस्मिन् मद्-प्रसादात् महा-मुने
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| छायाम् | छाया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
| सदृशीम् | सदृश | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| सर्वतो | सर्वतस् | pos=i |
| ऽनपगाम् | अनपग | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |
| द्रक्ष्यसे | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| प्रसादात् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| मुने | मुनि | pos=n,g=m,c=8,n=s |