महाभारतम् — 12.313.3
Original
Segmented
स तद् आसनम् आदाय बहु-रत्न-विभूषितम् स्पर्ध्य-आस्तरण-संस्तीर्णम् सर्वतोभद्रम् ऋद्धिमत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आसनम् | आसन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आदाय | आदा | pos=vi |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
विभूषितम् | विभूषय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
स्पर्ध्य | स्पर्ध्य | pos=a,comp=y |
आस्तरण | आस्तरण | pos=n,comp=y |
संस्तीर्णम् | संस्तृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
सर्वतोभद्रम् | सर्वतोभद्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ऋद्धिमत् | ऋद्धिमत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |