महाभारतम् — 12.308.91
Original
Segmented
वक्ता श्रोता च वाक्यम् च यदा तु अविकलम् नृप समम् एति विवक्षायाम् तदा सो ऽर्थः प्रकाशते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वक्ता | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| श्रोता | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| च | च | pos=i |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| यदा | यदा | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| अविकलम् | अविकल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| समम् | समम् | pos=i |
| एति | इ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| विवक्षायाम् | विवक्षा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽर्थः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रकाशते | प्रकाश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |