महाभारतम् — 12.308.85
Original
Segmented
इच्छा-द्वेष-भवैः दुःखैः प्रकर्षो यत्र जायते तत्र या नृपते वृत्तिः तत् प्रयोजनम् इष्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इच्छा | इच्छा | pos=n,comp=y |
| द्वेष | द्वेष | pos=n,comp=y |
| भवैः | भव | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| दुःखैः | दुःख | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| प्रकर्षो | प्रकर्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| नृपते | नृपति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| वृत्तिः | वृत्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| प्रयोजनम् | प्रयोजन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इष्यते | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |