Original

अथ वा दुःखशैथिल्यं वीक्ष्य लिङ्गे कृता मतिः ।किं तदेवार्थसामान्यं छत्रादिषु न लक्ष्यते ॥ ४९ ॥

Segmented

अथ वा दुःख-शैथिल्यम् वीक्ष्य लिङ्गे कृता मतिः किम् तद् एव अर्थ-सामान्यम् छत्र-आदिषु न लक्ष्यते

Analysis

Word Lemma Parse
अथ अथ pos=i
वा वा pos=i
दुःख दुःख pos=n,comp=y
शैथिल्यम् शैथिल्य pos=n,g=n,c=2,n=s
वीक्ष्य वीक्ष् pos=vi
लिङ्गे लिङ्ग pos=n,g=n,c=7,n=s
कृता कृ pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
मतिः मति pos=n,g=f,c=1,n=s
किम् किम् pos=i
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
एव एव pos=i
अर्थ अर्थ pos=n,comp=y
सामान्यम् सामान्य pos=n,g=n,c=1,n=s
छत्र छत्त्र pos=n,comp=y
आदिषु आदि pos=n,g=m,c=7,n=p
pos=i
लक्ष्यते लक्षय् pos=v,p=3,n=s,l=lat