महाभारतम् — 12.308.44
Original
Segmented
दोष-दर्शी तु गार्हस्थ्ये यो व्रजति आश्रम-अन्तरम् उत्सृजन् परिगृह्णन् च सो ऽपि सङ्गतः न मुच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दोष | दोष | pos=n,comp=y |
| दर्शी | दर्शिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| गार्हस्थ्ये | गार्हस्थ्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| व्रजति | व्रज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
| अन्तरम् | अन्तर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| उत्सृजन् | उत्सृज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| परिगृह्णन् | परिग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| सङ्गतः | सङ्ग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| न | न | pos=i |
| मुच्यते | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |