महाभारतम् — 12.308.189
Original
Segmented
यथा शून्ये पुर-आगारे भिक्षुः एकाम् निशाम् वसेत् तथा हि त्वद्-शरीरे ऽस्मिन्न् इमाम् वत्स्यामि शर्वरीम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| शून्ये | शून्य | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| पुर | पुर | pos=n,comp=y |
| आगारे | आगार | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| भिक्षुः | भिक्षु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एकाम् | एक | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| निशाम् | निशा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वसेत् | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तथा | तथा | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| शरीरे | शरीर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| ऽस्मिन्न् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वत्स्यामि | वस् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| शर्वरीम् | शर्वरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |