Original

कललादर्बुदोत्पत्तिः पेशी चाप्यर्बुदोद्भवा ।पेश्यास्त्वङ्गाभिनिर्वृत्तिर्नखरोमाणि चाङ्गतः ॥ ११७ ॥

Segmented

कललाद् अर्बुद-उत्पत्तिः पेशी च अपि अर्बुद-उद्भवा पेश्याः तु अङ्ग-अभिनिर्वृत्तिः नख-रोमाणि च अङ्गात्

Analysis

Word Lemma Parse
कललाद् कलल pos=n,g=n,c=5,n=s
अर्बुद अर्बुद pos=n,comp=y
उत्पत्तिः उत्पत्ति pos=n,g=f,c=1,n=s
पेशी पेशी pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
अपि अपि pos=i
अर्बुद अर्बुद pos=n,comp=y
उद्भवा उद्भव pos=a,g=f,c=1,n=s
पेश्याः पेशी pos=n,g=f,c=5,n=s
तु तु pos=i
अङ्ग अङ्ग pos=n,comp=y
अभिनिर्वृत्तिः अभिनिर्वृत्ति pos=n,g=f,c=1,n=s
नख नख pos=n,comp=y
रोमाणि रोमन् pos=n,g=n,c=1,n=p
pos=i
अङ्गात् अङ्ग pos=n,g=n,c=5,n=s