महाभारतम् — 12.294.6
Original
Segmented
वसिष्ठ उवाच हन्त ते सम्प्रवक्ष्यामि यद् एतद् अनुपृच्छसि योग-कृत्यम् महा-राज पृथग् एव शृणुष्व मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वसिष्ठ | वसिष्ठ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हन्त | हन्त | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| सम्प्रवक्ष्यामि | सम्प्रवच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनुपृच्छसि | अनुप्रछ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| योग | योग | pos=n,comp=y |
| कृत्यम् | कृत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पृथग् | पृथक् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| शृणुष्व | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |