महाभारतम् — 12.293.4
Original
Segmented
कलाः पञ्चदशा योनिः तत् धाम इति पठ्यते नित्यम् एतद् विजानीहि सोमः षोडशमी कला
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कलाः | कला | pos=n,g=f,c=1,n=p |
पञ्चदशा | पञ्चदश | pos=a,g=f,c=1,n=s |
योनिः | योनि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
धाम | धामन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
पठ्यते | पठ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नित्यम् | नित्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विजानीहि | विज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
सोमः | सोम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
षोडशमी | षोडशम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
कला | कला | pos=n,g=f,c=1,n=s |