महाभारतम् — 12.293.3
Original
Segmented
चन्द्रमा इव कोशानाम् पुनः तत्र सहस्रशः लीयते अप्रतिबुद्ध-त्वात् एवम् एष हि अबुद्धिमत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चन्द्रमा | चन्द्रमस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
कोशानाम् | कोश | pos=n,g=m,c=6,n=p |
पुनः | पुनर् | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |
लीयते | ली | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अप्रतिबुद्ध | अप्रतिबुद्ध | pos=a,comp=y |
त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
अबुद्धिमत् | अबुद्धिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |