महाभारतम् — 12.293.12
Original
Segmented
करालजनक उवाच अक्षर-क्षरयोः एष द्वयोः संबन्ध इष्यते स्त्री-पुंस् वा अपि भगवन् संबन्धः तद्वत् उच्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
करालजनक | करालजनक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अक्षर | अक्षर | pos=a,comp=y |
क्षरयोः | क्षर | pos=a,g=n,c=6,n=d |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
द्वयोः | द्वि | pos=n,g=n,c=6,n=d |
संबन्ध | सम्बन्ध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इष्यते | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्त्री | स्त्री | pos=n,comp=y |
पुंस् | पुंस् | pos=n,g=m,c=6,n=d |
वा | वा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
भगवन् | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संबन्धः | सम्बन्ध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तद्वत् | तद्वत् | pos=i |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |