महाभारतम् — 12.29.17
Original
Segmented
यः स्पर्धाम् अनयत् शक्रम् देवराजम् शतक्रतुम् शक्र-प्रिय-एषी यम् विद्वान् प्रत्याचष्ट बृहस्पतिः संवर्तो याजयामास यम् पीडा-अर्थम् बृहस्पतेः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्पर्धाम् | स्पर्धा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अनयत् | नी | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
शक्रम् | शक्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
देवराजम् | देवराज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शतक्रतुम् | शतक्रतु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शक्र | शक्र | pos=n,comp=y |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
एषी | एषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यम् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विद्वान् | विद्वस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रत्याचष्ट | प्रत्याचक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
बृहस्पतिः | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संवर्तो | संवर्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
याजयामास | याजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यम् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पीडा | पीडा | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
बृहस्पतेः | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=6,n=s |