महाभारतम् — 12.29.139
Original
Segmented
न ते मोघम् विप्रलप्तम् महा-ऋषे दृष्ट्वा एव त्वाम् नारद अहम् विशोकः शुश्रूषे ते वचनम् ब्रह्म-वादिन् न ते तृप्यामि अमृतस्य इव पानात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मोघम् | मोघ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
विप्रलप्तम् | विप्रलप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषे | ऋषि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
एव | एव | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
नारद | नारद | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
विशोकः | विशोक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शुश्रूषे | शुश्रूष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
वादिन् | वादिन् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तृप्यामि | तृप् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अमृतस्य | अमृत | pos=n,g=n,c=6,n=s |
इव | इव | pos=i |
पानात् | पान | pos=n,g=n,c=5,n=s |