Original

अकृष्टपच्या पृथिवी पुटके पुटके मधु ।सर्वा द्रोणदुघा गावो वैन्यस्यासन्प्रशासतः ॥ १३२ ॥

Segmented

अकृष्ट-पच्या पृथिवी पुटके पुटके मधु सर्वा द्रोण-दुघाः गावो वैन्यस्य आसन् प्रशासतः

Analysis

Word Lemma Parse
अकृष्ट अकृष्ट pos=a,comp=y
पच्या पच्य pos=a,g=f,c=1,n=s
पृथिवी पृथिवी pos=n,g=f,c=1,n=s
पुटके पुटक pos=n,g=n,c=7,n=s
पुटके पुटक pos=n,g=n,c=7,n=s
मधु मधु pos=n,g=n,c=1,n=s
सर्वा सर्व pos=n,g=f,c=1,n=p
द्रोण द्रोण pos=n,comp=y
दुघाः दुघ pos=a,g=f,c=1,n=p
गावो गो pos=n,g=,c=1,n=p
वैन्यस्य वैन्य pos=n,g=m,c=6,n=s
आसन् अस् pos=v,p=3,n=p,l=lan
प्रशासतः प्रशास् pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part