महाभारतम् — 12.29.124
Original
Segmented
एक-छत्त्रा मही यस्य प्रणता हि अभवत् पुरा यो अश्वमेध-सहस्रेण तर्पयामास देवताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एक | एक | pos=n,comp=y |
छत्त्रा | छत्त्र | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मही | मही | pos=n,g=f,c=1,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
प्रणता | प्रणम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पुरा | पुरा | pos=i |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अश्वमेध | अश्वमेध | pos=n,comp=y |
सहस्रेण | सहस्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तर्पयामास | तर्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
देवताः | देवता | pos=n,g=f,c=2,n=p |