महाभारतम् — 12.288.9
Original
Segmented
वाच्-सायकाः वदनात् निष्पतन्ति यैः आहतः शोचति रात्रि-अहानि परस्य न अमर्मन् ते पतन्ति तान् पण्डितो न अवसृजेत् परेषु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वाच् | वाच् | pos=n,comp=y |
सायकाः | सायक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वदनात् | वदन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
निष्पतन्ति | निष्पत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
यैः | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
आहतः | आहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शोचति | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
रात्रि | रात्रि | pos=n,comp=y |
अहानि | अहर् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
परस्य | पर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
अमर्मन् | अमर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पतन्ति | पत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पण्डितो | पण्डित | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अवसृजेत् | अवसृज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
परेषु | पर | pos=n,g=m,c=7,n=p |