महाभारतम् — 12.288.6
Original
Segmented
तत् नः कार्यम् पक्षि-वर प्रशाधि यत् कार्याणाम् मन्यसे श्रेष्ठम् एकम् यत् कृत्वा वै पुरुषः सर्व-बन्धैः विमुच्यते विहग-इन्द्र इह शीघ्रम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नः | मद् | pos=n,g=,c=2,n=p |
कार्यम् | कार्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पक्षि | पक्षिन् | pos=n,comp=y |
वर | वर | pos=a,g=m,c=8,n=s |
प्रशाधि | प्रशास् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कार्याणाम् | कार्य | pos=n,g=n,c=6,n=p |
मन्यसे | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
श्रेष्ठम् | श्रेष्ठ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
एकम् | एक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
वै | वै | pos=i |
पुरुषः | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
बन्धैः | बन्ध | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विमुच्यते | विमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विहग | विहग | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
इह | इह | pos=i |
शीघ्रम् | शीघ्रम् | pos=i |