महाभारतम् — 12.288.16
Original
Segmented
आक्रुश्यमानो न आक्रोशेत् मन्युः एव तितिक्षतः आक्रोष्टारम् निर्दहति सुकृतम् च अस्य विन्दति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आक्रुश्यमानो | आक्रुश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
आक्रोशेत् | आक्रुश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
मन्युः | मन्यु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
तितिक्षतः | तितिक्ष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
आक्रोष्टारम् | आक्रोष्टृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
निर्दहति | निर्दह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सुकृतम् | सुकृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विन्दति | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |