Original

यथा तिलानामिह पुष्पसंश्रयात्पृथक्पृथग्याति गुणोऽतिसौम्यताम् ।तथा नराणां भुवि भावितात्मनां यथाश्रयं सत्त्वगुणः प्रवर्तते ॥ १३ ॥

Segmented

यथा तिलानाम् इह पुष्प-संश्रयात् पृथक् पृथग् याति गुणो अति सौम्य-ताम् तथा नराणाम् भुवि भावितात्मनाम् यथाश्रयम् सत्त्व-गुणः प्रवर्तते

Analysis

Word Lemma Parse
यथा यथा pos=i
तिलानाम् तिल pos=n,g=m,c=6,n=p
इह इह pos=i
पुष्प पुष्प pos=n,comp=y
संश्रयात् संश्रय pos=n,g=m,c=5,n=s
पृथक् पृथक् pos=i
पृथग् पृथक् pos=i
याति या pos=v,p=3,n=s,l=lat
गुणो गुण pos=n,g=m,c=1,n=s
अति अति pos=i
सौम्य सौम्य pos=a,comp=y
ताम् ता pos=n,g=f,c=2,n=s
तथा तथा pos=i
नराणाम् नर pos=n,g=m,c=6,n=p
भुवि भू pos=n,g=f,c=7,n=s
भावितात्मनाम् भावितात्मन् pos=a,g=m,c=6,n=p
यथाश्रयम् यथाश्रयम् pos=i
सत्त्व सत्त्व pos=n,comp=y
गुणः गुण pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रवर्तते प्रवृत् pos=v,p=3,n=s,l=lat