Original

भीष्म उवाच ।पुनरेव तु पप्रच्छ जनको मिथिलाधिपः ।पराशरं महात्मानं धर्मे परमनिश्चयम् ॥ १ ॥

Segmented

भीष्म उवाच पुनः एव तु पप्रच्छ जनको मिथिला-अधिपः पराशरम् महात्मानम् धर्मे परम-निश्चयम्

Analysis

Word Lemma Parse
भीष्म भीष्म pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
पुनः पुनर् pos=i
एव एव pos=i
तु तु pos=i
पप्रच्छ प्रच्छ् pos=v,p=3,n=s,l=lit
जनको जनक pos=n,g=m,c=1,n=s
मिथिला मिथिला pos=n,comp=y
अधिपः अधिप pos=n,g=m,c=1,n=s
पराशरम् पराशर pos=n,g=m,c=2,n=s
महात्मानम् महात्मन् pos=a,g=m,c=2,n=s
धर्मे धर्म pos=n,g=m,c=7,n=s
परम परम pos=a,comp=y
निश्चयम् निश्चय pos=n,g=m,c=2,n=s