महाभारतम् — 12.275.12
Original
Segmented
मूढस्य दर्पः स पुनः मोह एव मूढस्य न अयम् न परो ऽस्ति लोकः न हि एव दुःखानि सदा भवन्ति सुखस्य वा नित्यशो लाभ एव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मूढस्य | मुह् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| दर्पः | दर्प | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| मोह | मोह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| मूढस्य | मुह् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| परो | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| लोकः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| दुःखानि | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| सदा | सदा | pos=i |
| भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| सुखस्य | सुख | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| नित्यशो | नित्यशस् | pos=i |
| लाभ | लाभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |