महाभारतम् — 12.270.32
Original
Segmented
कस्माद् भूतानि जीवन्ति प्रवर्तन्ते ऽथवा पुनः किम् वा फलम् परम् प्राप्य जीवः तिष्ठति शाश्वतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कस्माद् | कस्मात् | pos=i |
| भूतानि | भूत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| जीवन्ति | जीव् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| प्रवर्तन्ते | प्रवृत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ऽथवा | अथवा | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| जीवः | जीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| शाश्वतः | शाश्वत | pos=a,g=m,c=1,n=s |