महाभारतम् — 12.270.20
Original
Segmented
एवम् संसरमाणानि जीवानि अहम् अदृष्टवान् यथा कर्म तथा लाभ इति शास्त्र-निदर्शनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| संसरमाणानि | संसृ | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
| जीवानि | जीव | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अदृष्टवान् | अदृष्टवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| लाभ | लाभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| शास्त्र | शास्त्र | pos=n,comp=y |
| निदर्शनम् | निदर्शन | pos=n,g=n,c=1,n=s |