महाभारतम् — 12.268.2
Original
Segmented
या इयम् अर्थ-उद्भवा तृष्णा कथम् एताम् पितामह निवर्तयेम पापम् हि तृष्णया कारिता वयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| उद्भवा | उद्भव | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| तृष्णा | तृष्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| एताम् | एतद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पितामह | पितामह | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| निवर्तयेम | निवर्तय् | pos=v,p=1,n=p,l=vidhilin |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| तृष्णया | तृष्णा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| कारिता | कारय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |