महाभारतम् — 12.265.2
Original
Segmented
भीष्म उवाच विदिताः सर्व-धर्माः ते स्थिति-अर्थम् अनुपृच्छसि शृणु मोक्षम् स निर्वेदम् पापम् धर्मम् च मूलतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| विदिताः | विद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| धर्माः | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| स्थिति | स्थिति | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनुपृच्छसि | अनुप्रछ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मोक्षम् | मोक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स | स | pos=i |
| निर्वेदम् | निर्वेद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पापम् | पाप | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| मूलतः | मूल | pos=n,g=n,c=5,n=s |