Original

कामलोभानुबन्धेन पुरा ते यदसूयितम् ।मया स्नेहमविज्ञाय तत्र मे क्षन्तुमर्हसि ॥ ५० ॥

Segmented

काम-लोभ-अनुबन्धेन पुरा ते यद् मया स्नेहम् अविज्ञाय तत्र मे क्षन्तुम् अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
काम काम pos=n,comp=y
लोभ लोभ pos=n,comp=y
अनुबन्धेन अनुबन्ध pos=n,g=m,c=3,n=s
पुरा पुरा pos=i
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
यद् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s
स्नेहम् स्नेह pos=n,g=m,c=2,n=s
अविज्ञाय अविज्ञाय pos=i
तत्र तत्र pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
क्षन्तुम् क्षम् pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat